40 Best Suvichar In Hindi|बेस्ट हिंदी सुविचार
Best Suvichar In Hindi|बेस्ट हिंदी सुविचार
1) सच्चाई और अच्छाई
ये दो ऐसी सवारी है जो अपने सवार को गिरने नहीं देगी,
न किसी के कदमो में और न किसी की नज़रो में ।
2) परिवार से बड़ा कोई धन नहीं,
पिता से बड़ा कोई सलाहकार नहीं,
माँ की छाँव से बड़ी कोई दुनिया नहीं,
भाई से अच्छा कोई भागिदार नहीं,
बहन से अच्छा कोई शुभचिंतक नहीं,
पत्नी से बड़ा कोई दोस्त नहीं,
इसलिए परिवार के बिना कोई जीवन नहीं !
3) इंसान की आधी खूबसूरती,
उसकी जुबां में होती है ।
4) दौलत तो ले के निकले हो तुम जेब में मगर,
मुमकिन नहीं किसी का मुक़द्दर खरीद लो !
5) जब परमात्मा अपनी रजा से कुछ देता है तो वो हमारी सोच से परे होता है
हमे हमेशा उसकी रजा में रहना चाहिए क्या पता वो हमे पूरा समुन्दर देना चाहता हो और हम
हाथ में चम्मच लेकर खड़े हो ।
6) जो रिश्ते दिल में पला करते है
सिर्फ वो ही चला करते है,
आँखों को पसंद आने वाले
हर रोज़ बदला करते है ।
7) रिश्तों को शर्तों से और
शर्तों को जज़्बातो से बांधना वही एक भूल है,
जो रिश्तों को पनपने ही नहीं देती।
8) इंसान की तमाम परेशानिओ की दो वजह है,
वह तक़दीर से ज़्यादा चाहता है,और वक़्त से पहले चाहता है ।
9) शक्तिशाली वह नहीं जिससे लोग डरे, शक्तिशाली वह होता है जो अपनी शक्तिओ से दुसरो को शक्तिशाली बनाये ।
10) दुसरो के साथ वैसी ही उदारता रखो जैसी ईश्वर ने तुम्हारे साथ बरती है ।
11) सुख दुःख निभाना कोई फूलो से सीखे
बारात हो या जनाजा,
साथ जरूर देते है ।
12) कोई खुशियों की चाह में रोया,
कोई दुखो की पनाह में रोया,
अजीब सिलसिला है ये ज़िन्दगी का,
कोई भरोसे के रोया,
कोई भरोसा कर के रोया।
13) 'धन' तभी सार्थक है जब 'धर्म' साथ हो,
'सुंदरता' तभी सार्थक है जब 'चरित्र' शुद्ध हो,
'विशिष्टता' तभी सार्थक है जब 'शिष्टता' साथ हो,
'संपत्ति' तभी सार्थक है जब 'स्वस्थ्य' अच्छा हो,
'तीर्थ' तभी सार्थक है जब हृदय में 'भाव' हो,
'व्यापार' तभी सार्थक है जब 'व्यवहार' अच्छा हो,
'विद्वता' तभी सार्थक है जब 'सरलता' साथ हो,
'पसिद्धि' तभी सार्थक है जब मन में 'निरअहंकारिता' हो,
'बुद्धिमत्ता' तभी सार्थक है जब 'विवेक' साथ हो,
'परिवार' का होना तभी सार्थक है जब उसमे 'प्यार' और 'विश्वास' साथ हो।
14) वही करता है और वही करवाता है,
क्यों बंदे तू इतराता है,
इक सांस भी नहीं है तेरे बस की,
वही सुलाता है और जगाता है।
15) मोहब्बत करो उस रब से,
फरेब की जरुरत नहीं पड़ेगी,
माफ़ करेगा लाखो गुनाह,
कहने की ज़रुरत नहीं पड़ेगी।
16) लम्हो की एक किताब है ज़िन्दगी,
साँसों और ख्यालो का हिसाब है ज़िन्दगी,
कुछ जरूरते पूरी, कुछ ख्वाइशे अधूरी,
बस इन्ही सवालो का जवाब हैं ज़िन्दगी।
17) किसी को गिरा के तुम,
अपनी हस्ती बना रहे हो,
अपनी पहचान को देखो,
कितनी सस्ती बना रहे हो।
18) नदी जब किनारा छोड़ देती है,
राह की चट्टान तक तोड़ देती है,
बात छोटी सी अगर चुभ जाए दिल में तो,
ज़िन्दगी के रास्तो को भी मोड़ देती है।
19) राहो में निकले तो रास्ता वीरान था,
एक तरफ आबादी एक तरफ कब्रिस्तान था,
हर वीरान कब्र का यही बयान था,
देख के चल मुसाफिर कभी में भी इंसान था।
20) गुज़री हुई ज़िन्दगी को कभी याद न कर,
तक़दीर में जो लिखा है उसकी फ़रियाद न कर,
जो होना है वो होकर रहेगा तू कल की फ़िक्र में,
अपनी आज की हंसी बर्बाद न कर,
हंस मरते हुए भी गाता है और मोर नाचते हुए भी रोता है,
ये ज़िन्दगी का फंडा है,
दुखो वाली रात नींद नहीं आती और ख़ुशी वाली रात कौन सोता है।
21) कही मिलेगी ज़िन्दगी में प्रशंशा तो,
कही नाराज़गियों का बहाव मिलेगा,
कही मिलेगी सच्चे मन दुआ तो,
कही भावनाओ में दुर्भाव मिलेगा,
तू चलाचल राही अपने कर्मपथ पे,
जैसा तेरा भाव, वैसा प्रभाव मिलेगा।
22) ज़िन्दगी में बार बार सहारा नहीं मिलता,
बार बार कोई प्यार से प्यारा नहीं मिलता,
जो पास है उसे संभाल कर रखना क्यूंकि,
कोई एक बार खो जाए तो वो फिर दोबारा नहीं मिलता।
23) संगीत सुनकर ज्ञान नहीं मिलता,
मंदिर
जाकर भगवान् नहीं मिलता,
पत्थर तो इसलिए पूजते है लोग,
क्यूंकि विश्वास के लायक इंसान नहीं मिलता।
24) वक़्त हस्ता है वक़्त रुलाता है, वक़्त ही बहुत कुछ सिखाता है,
वक़्त की कीमत जो पहचान ले, वही मंज़िल को पाता है,
खो देता है जो वक़्त को, जीवन भर पछताता है,
क्यूंकि गुज़रा हुआ वक़्त, कभी लौट कर नहीं आता है ।
25) सारा जहां है उसका जो मुस्कुराना सिख ले,
रौशनी है उसकी जो शमा जलाना सिखले,
हर गली में मंदिर हर राह में मस्जिद है,
पर ईश्वर है उसका जो सर झुकाना सिखले ।
26) ज़िन्दगी से जो लम्हा मिले, उसे चुरा लो,
ज़िन्दगी प्यार से अपनी सजा लो,
ज़िन्दगी यूँ ही गुज़र जायेगी,
बस कभी खुद हसो तो कभी रोते हुए को हँसा लो।
27) कई जीत बाकी है कई हार बाकी है,
अभी तोह ज़िन्दगी का सार बाकी है,
यहाँ से चले है नयी मंज़िल के लिए,
ये एक पन्ना था अभी तो किताब बाकी है।
28) ना जाने कौनसी शोहरत पर आदमी को नाज़ है,
जो खुद आखरी सफर के लिए भी औरों की मोहताज है ।
29) आज के इंसान को ना कायदे पसंद और ना ही वाडे पसंद है, उसे तो बस फायदे पसंद है।
30) अगर भरोसा उपरवाले पर है तो,
जो लिखा तक़दीर में है वही पाओगे,
मगर भरोसा खुद पर है तो वो,
वही लिखेगा जो आप चाहोगे।
31) मन की आंखों से प्रभु का दीदार करो,
दो पल का है अँधेरा,
बस सुबह का इंतज़ार करो,
क्या रखा है आपस के बैर में ए यारो,
छोटी सी है ज़िन्दगी बस,
हर किसी से प्यार करो।
32) भगवान् का दिया कभी अल्प नहीं होता,
जो टूट जाए वो संकल्प नहीं होता,
हार को जीत से दूर ही रखना,
क्यूंकि जीत का कोई विकल्प नहीं होता ।
33) पीट पीछे आपकी कोई बात चले तो घबराना मत क्यूंकि बात उन्ही की होती है जिन में कोई बात होती है ।
34) संबंधो के ताले को क्रोध के हथोड़े से नहीं, प्रेम की चाबी से खोले क्यूंकि चाबी से खुला ताला बार बार काम आता है और हथोड़े से खुला ताला सिर्फ एक बार ।
35) कोई भी व्यक्ति आपकी पास तीन कारणों से आता है,
भाव से, अभाव से और प्रभाव से,
यदि भाव से आया है तो उसे प्रेम दो,
अभाव से आया है तो मदत करो,
और यदि प्रभाव में आया है,
तो प्रसन्न हो जाओ की परमात्मा ने आपको इतनी क्षमता दी है ।
36) जो गिर कर संभल जाता है, वो अक्सर ज़िन्दगी को समझ जाता है ।
37) सुंदरता सस्ती है, चरित्र मेहेंगा है,
घडी सस्ती है, समय मेहेंगा है,
शरीर सस्ता है, जीवन मेहेंगा है,
रिश्ता सस्ता है, लेकिन निभाना मेहेंगा है ।
38) अगर रिश्ते में पूरी तरह से विश्वास, ईमानदारी और समझदारी है, तो इन्हे निभाने के लिए वचन, कसम, नियम और शर्तो की कोई जरुरत नहीं होती ।
39) तन की खूबसूरती एक भ्रम है,
सबसे खूबसूरत तो आपकी वाणी है,
चाहे तो दिल जीत ले,
चाहे तो दिल चीयर दे!
40) एक ऐसा लक्ष्य ज़रूर होना चाहिए जो रोज़ सुबह आपको बिस्तर से उठने पर मजबूर करदे !!
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