Maa Shayari | Maa Shayari In Hindi | Mother's Day Sms


Maa Shayari in Hindi

माँ सबसे बड़ी शिक्षक होती है और मार्ग दर्शकक भी होती है। माँ का प्रभाव इतना बड़ा होता है की बच्चा का सबसे पहला शब्द माँ ही होता है। माँ से बढ़कर दुनियाँ में कोई नहीं होता।दुनियाँ में हर प्यार हर सम्बंद झूठा है स्वार्थ का है लेकिन माँ का जो सम्बंद है न वो अनुपम है अद्वितीय है।

माता पिता की जितनी ज़रुरत हमे बचपन में होती है, उतनी ही ज़रूरत उन्हें बुढ़ापे में हमारी होती है।हमेशा अपनी माँ को सबसे ज्यादा सम्मान दे क्यूंकि माँ आपको दुबारा नहीं मिलेगी। मनुष्य को पहला, निश्छल, नई:स्वार्थ और सच्चा प्यार सिर्फ और सिर्फ अपनी माँ से मिला है। एक माँ की दुआ वक़्त तोह क्या नसीब भी बदल देती है।सारी दुनिया छोटी पद जाती है लेकिन भगवान् का घर और माँ का आँचल कभी छोटा नहीं पड़ता। घर में चाहे कितने ही लोग क्यों न हो, आर माँ न दिखे तोह घर खाली-खाली ही लगता है। खुदा का दूसरा रूप है माँ, ममता की गहरी झील है माँमाँ एक ऐसा शब्द है जिसे शब्दों में बयां करना बहुत कठिन है। कहते है भगवान् को भी धरती पे आने के लिए माँ का सहारा लेना पड़ा था। माँ अपनी संतान के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार होती है। अगर संतान पे आंच आणि वाली हो तोह माँ सबसे पहले आगे आती है।


उसे मम्मी कहो या माँ,
आयी कहो या अम्मा,
माँ के मुँह से निकला हुआ हर शब्द,
है लाड भरा चुम्मा।
बचपन से लेकर आज तक,
जब भी भूक के मारे किया मेने आह!
जिस हाथ ने मुझे खिलाया,
वो है मेरी प्यारी माँ
हमसे पहले जागती है,
और हमारे बाद सोती है वो,
हमारी ख़ुशी में हस्ती है,
और हमारे दुःख में रोती है वो,
हमे हमारे इच्छा पूरी करने के लिए,
भगवान् से प्राथना करनी पड़ती है,
माँ को कहना भी नहीं पड़ता,
और इच्छा पूरी हो जाती है।
तेरे कंगन और पायल की खनक,
मुझे लोरी लगती है,
तू हस्ती है,
तो दुनियाँ हस्ती है,
तू हमेशा मेरे दिल में बस्ती है।
भगवान् हर घर नहीं जा सकते,
इसीलिए उन्होंने माँ को बनाया,
माँ तेरे कदमो में स्वर्ग उतर आया॥
किसी के हिस्से में मकाँ आया,
किसी के हिस्से में दुकां आयी,
में सबसे छोटा था,
मेरे हिस्से में माँ आयी ॥
ग़म यह नहीं है की कोई खुशियाँ बाटने वाला होता,
पर कोई तोह होता जो गलतियों पर डाटने वाला होता ॥
ग़म के छोटे ज़ख्मो पे फौलाद से ज़्यादा क्या होगी,
और माँ की दौलत दुनिया में औलाद से ज़्यादा क्या होगी ॥
अँधेरे देखले मेह तेरा काला होगया,
माँ ने आँखें खोली घर में उजाला हो गया ॥
उदास रहने को अच्छा नहीं बताता है,
कोई भी इस ज़हर को मीठा नहीं बताता है,
कल अपने आप को देखा था माँ की आँखों में,
यह आइना हमे बूढ़ा नहीं बताता है ॥
बुलंदियों का बड़े से बड़ी निशाँ छुआ,
उठाया गोद में माँ ने तब आसमान छुआ ॥
बुलंदी देर तक किस शक्श के हिस्से में रहती है,
बोहोत ऊँची इमारत हर घडी खतरे में रहती है,
बोहोत जी चाहता है कहे हम निकल जाए,
तुम्हारी याद भी लेकिन इसी मलवे में रहती है ।
यह ऐसा क़र्ज़ है जो में ऐडा कर ही नहीं सकता
में जब तक घर न लौटू मेरी माँ सजदे में रह नहीं सकता ॥
मेरी ख्वाइश है की में फिर से फरिश्ता हो जाऊ,
माँ से इस तरह लिपट जाऊ की बच्चा हो जाऊ॥
उम्र भर खाली यही हमने मकाँ रहने दिया,
तुम गए तोह दूसरे को कब यहाँ रहने दिया,
मेने कल जब चाहतो की साड़ी किताबे फाड़ दी,
सिर्फ एक कागज़ पे लिखा शब्द "माँ" रहने दिया ॥
मुख़्तसर होते हुए भी ज़िन्दगी बाद जाएगी,
माँ की आँखें चुम लीजिये रौशनी बाद जायेगी॥
जन्नत का हर लम्हा देदार किया था,
गोद में उठा कर जब माँ ने प्या किया था॥
सब कह रहे है आज माँ का दिन है,
वो कौनसा दिन है जो माँ के बिन है॥
सन्नाटा सा च गया बेवरे के किस्से में,
जब माँ ने पूछा में हूँ किसके हिस्से में॥
जब जब कागज़ पर लिखा मेने माँ का नाम,
कलम अदब से बोल उठी होगये चारो धाम ॥

रुके तोह चाँद जैसी,
चले तोह हवाओं जैसी,
वो माँ ही है जो
धुप में भी छाँव जैसी।
खुद को सवारने की कहा उसे फुर्सत होती है,
माँ फिर भी बहुत खूबसूरत होती है।

1 टिप्पणी:

  1. Have a look on my collection of Maa Shayari
    जो डट कर देता है
    मेरा रात में भी पहरा ,
    वो है बिना थकान वाला
    मेरी माँ का चेहरा।

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