Best Life Shayari In Hindi | ज़िन्दगी शायरी

Best Life Shayari In Hindi


1) कभी नीम सी ज़िन्दगी,
कभी नमक सी ज़िन्दगी,
ढूंढ़ते रहे उम्र भर,
एक शहद सी ज़िन्दगी,
ना शौक बड़ा दिखने का,
ना तम्मना भगवान् होने की,
बस आरज़ू जनम सफल हो,
कोशिश "इंसान" होने की ।
2) कभी ख़ुशी की आशा,
कभी गम की निराशा,
कभी खुशियों की धुप,
कभी हक़ीक़त की छाया,
कुछ खोकर,
कुछ पाने की आशा.
शायद यही है, 
ज़िन्दगी की सही परिभाषा।
3) गलतियां भी होंगी,
और गलत भी समझा जाएगा,
यह ज़िन्दगी है जनाब,
यहाँ तारीफें भी होंगी,
और कोसा भी जाएगा।
4) वक़्त ने फसाया है लेकिन परेशान नहीं हूँ में,
इन छोटी-छोटी बातों से हार जाऊं वो इंसान नहीं हूँ में ।
5) भगवा ओढ़े हिन्दू, हरा पहने मुसलमान,
में कोण सा रंग पहन लूँ जो बन जाऊं इंसान ?
6) कुछ हँसकर बोल दो, कुछ हँसकर टाल दो,
परेशानियाँ तो  बहुत है, कुछ वक़्त पर दाल दो।
7) शब्द से ख़ुशी,शब्द से गम,
शब्द से पीड़ा, शब्द ही मरहम।
8) जिन्हे ज्ञान है उन्हें घमंड कैसा,
जिन्हे घमंड है उन्हें ज्ञान कैसा।
9) जो आसानी से समझ में आ जाए उसे कहानी कहते है,
जो आसानी से समझ न आये उसे ज़िन्दगी कहते है।
10) प्रभु, सुख देना तो  बस इतना देना की "अहंकार" न आ जाए 
और दुःख देना तो बस इतना देना की "आस्था" न चली जाए।
11) हमेशा कंफ्यूज रहता हूँ, कौन  ज़्यादा सुखी है,
"सोने की चैन वाला या, चैन से सोने वाला"।
12) मस्जिद में में चादर चढ़ाये,
या मंदिर में गंगा की धार करे,
वो घर ही मंदिर-मस्जिद है,
जहाँ बच्चे माँ-बाप का सत्कार करे ।
13) ख़त्म हो चूका हूँ,संघर्षो में,
फिर भी कमाल कर जाऊंगा,
में डूबा हुआ सूरज हूँ,
जाते-जाते आसमान लाल कर जाऊँगा।
14) ज़िन्दगी में ये हुनर भी आज़माना चाहिए,
अपनों से हो जंग तो हार जाना चाहिए।
15) थोड़ा सा और निखार जाऊं, यही मेने ठानी है,
ऐ- ज़िन्दगी, थोड़ा रुक, अभी मैंने हार कहा मानी है।
16) थक कर बैठा हूँ, हार कर नहीं,
सिर्फ बाज़ी हात से निकली है, ज़िन्दगी नहीं ।
17) श्रद्धा ज्ञान देती है, नम्रता मान देती है,
योग्यता स्थान देती है, तीनो मिल जाए तो,
सम्मान देती है !!
18) ज़िन्दगी की कसौटी से हर रिश्ता गुज़र गया,
कुछ निकले खरे सोने से कुछ का पानी उतर गया ।
19) चलो ज़िन्दगी को ज़िंदादिली से जीने के
लिए एक छोटा सा उसूल बनाते है,
रोज़ कुछ अच्छा याद रखते है,
और कुछ बुरा भूल जाते है  ।
20) ज़िन्दगी ने मेरे मर्ज़ का एक बढ़िया इलाज बताया,
वक़्त को दवा कहा और मतलबियों का परहेज़ बताया।
21) ना राज़ है ज़िन्दगी, ना नाराज़ है ज़िन्दगी,
बस जो है, वो आज है ज़िन्दगी ।
22) मकड़ी जैसे मत उलझो, तुम गम के ताने बाने मैं,
तितली जैसे रंग बिखेरो, हंसकर इस ज़माने में।
23) यदि मन मैं बैर है 
तो मंदिर जाना सिर्फ सैर है ।
24) माना की ज़िन्दगी की राहें आसान नहीं,
मगर मुस्कुरा के चलने में कोई नुक्सान नहीं।
25) फुर्सत नहीं है इंसान  को इंसान से मिलने की,
खाविश रखता है,
दूर बैठे भगवान् से मिलने की।
26) ज़िन्दगी की हर सुबह कुछ शर्ते लेकर आती है,
और ज़िन्दगी की हर शाम कुछ तजुर्बे देकर जाती है।
27) मजबूरी में पेहेन लें फिर दे उतार,
हेलमेट सा हो गया है लोगो का किरदार।
28) फ़क़ीर मिज़ाज हूँ मैं,
अपना अंदाज़ औरो से जुदा रखता हूँ,
लोग जाते है मंदिर मस्जिद,
मैं अपने दिल मैं खुदा रखता हूँ।
29) फीके ना पड़े कभी आपकी ज़िन्दगी के रंग,
आप हमेशा मुस्कुराते रहे अपनों के संग।
30) बंजर नहीं हूँ में, मुझमे बहुत सी नमी है,
दर्द बयां नहीं करते, बस इतनी सी कमी है।
में और मेरे एहसास ॥
31) जख्म है के दीखते नहीं,
मगर ये मत समझिये की दुखते नहीं ।
32) औरो के लिए जीते थे तो,
किसी को शिकायत न थी,
जरा सा अपने लिए क्या सोचा,
सारा ज़माना दुश्मन बन गया।
33) किसी को पुरखो की ज़मीन बेच कर भी चैन नहीं,
और कोई गुब्बारे बेच कर ही सो गया सुकून से ।
34) इलाइची की महक ओढ़े,
अदरक का श्रृंगार कर सजी थी,
केतली की देहलीज से निकलकर 
प्याली की डोली में बैठी थी,
इस भागते हुए वक़्त पर 
कैसे लगाम लगाई जाए,
ऐ वक़्त .. आ बैठ,
तुझे एक कप चाय पिलाई जाए ।
35) कुछ हँसकर बोल दो, कुछ हँसकर टाल दो,
परेशानियाँ तो  बहुत है, कुछ वक़्त पर दाल दो।

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