शायर दरबारी हो जाते है | Ghazal मार्च 30, 2020 रोने में एक खतरा है , तालाब नदी हो जाते है, हसना भी आसान नहीं है, लब ज़ख़्मी हो जाते है, स्टेशन से वापिस आकर बूढ़ी आँखें सोचती है, पत्त...Read More
कोई घर नहीं होता औरत का मार्च 24, 2020 कोई घर नहीं होता औरत का जहाँ जन्म लेती है वो पिता का जहाँ भेज दी जाती है वो पति का जहाँ जाना चाहती है वो सपनो का कोई घर नह...Read More